प्रदूषण की वजह से बच्चों की नींद भी हो रही खराब, इन आसान टिप्स से रखें सेहत का ध्यान

देश के कई शहरों में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसका सबसे ज्यादा प्रभाव छोटे बच्चों पर पड़ रहा है।

हाल के दिनों में देश के कई हिस्सों में वायु गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है।

धूल, धुआं और हानिकारक कणों के संपर्क में आने से उन्हें सांस लेने में कठिनाई, खांसी, गले में खराश और थकान जैसी समस्याएं होने लगती हैं।

हवा में मौजूद जहरीले तत्व शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा घटा देते हैं, जिससे बच्चों के मस्तिष्क और नींद के पैटर्न पर बुरा असर पड़ता है।