आंखों के नीचे डार्क सर्कल: सिर्फ थकान नहीं, जानिए इसके पीछे की असली वजह जब आंखों के नीचे काले घेरे आ जाते हैं, तो चेहरा हमेशा थका हुआ और मुरझाया हुआ नजर आने लगता है। यह समस्या सिर्फ महिलाओं में ही नहीं, बल्कि पुरुषों और यहां तक कि टीनएजर्स में भी आम होती जा रही है। लोग कई घरेलू उपाय अपनाते हैं, लेकिन सबसे पहले जरूरी है कि डार्क सर्कल की असली वजह को समझा जाए।
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आंखों के नीचे या पलकों के आसपास कालापन आना सामान्य रूप से उम्र बढ़ने का संकेत माना जाता है, लेकिन आजकल यह समस्या युवा और किशोरों में भी देखने को मिल रही है। इस स्थिति के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे — नींद की कमी, तनाव, डिहाइड्रेशन, बढ़ती उम्र या फिर ज्यादा देर स्क्रीन पर समय बिताना।
जब आप नींद पूरी नहीं लेते या लाइफस्टाइल में लापरवाही करते हैं, तो आंखों के नीचे की त्वचा की रंगत गहराने लगती है। हालांकि, इसका असली कारण सिर्फ थकान या स्ट्रेस नहीं होता — ये फैक्टर्स तो इसे और बढ़ाने का काम करते हैं।
कई मामलों में डार्क सर्कल जेनेटिक भी हो सकते हैं, जिसे पूरी तरह खत्म करना थोड़ा मुश्किल होता है। ऐसे में स्किन केयर और दिनचर्या पर विशेष ध्यान देना जरूरी हो जाता है। आइए, एक्सपर्ट की मदद से जानते हैं कि डार्क सर्कल आखिर क्यों होते हैं और इनसे कैसे बचा जा सकता है।
डार्क सर्कल होने की असली वजह क्या है?
आंखों के नीचे डार्क सर्कल का कारण सिर्फ स्किन डार्कनेस नहीं, जानिए डॉक्टर का एक्सपर्ट विश्लेषण कॉस्मेटिक सर्जन डॉ. गीता ग्रेवाल बताती हैं कि आंखों के नीचे एक बेहद छोटा और सॉफ्ट फैट पॉकेट होता है, जो उम्र के साथ धीरे–धीरे खत्म होने लगता है। कई बार यह जेनेटिक होता है और कुछ लोगों में यह फैट पॉकेट 14-15 साल की उम्र में ही कम या गायब हो जाता है।
अगर परिवार में यह पैटर्न मौजूद है, तो टीनएज में ही अंडर आई एरिया से फैट हटने लगता है, जिससे त्वचा के नीचे हल्का गड्ढा बन जाता है — इसे होलोनेस कहा जाता है। डॉ. गीता के अनुसार, असल में आंखों के नीचे की स्किन उतनी डार्क नहीं होती, जितनी कि वह गड्ढा लाइट रिफ्लेक्शन न होने के कारण गहरी और काली दिखाई देती है। यानी डार्क सर्कल दिखने का एक बड़ा कारण ये खोया हुआ फैट भी होता है, न कि सिर्फ त्वचा की रंगत में बदलाव।
क्या भारतीयों को जल्दी होते हैं डार्क सर्कल?
डार्क सर्कल्स किसी भी उम्र में हो सकते हैं, जानिए एक्सपर्ट ने क्या बताया वजह डॉ. गीता ग्रेवाल बताती हैं कि डार्क सर्कल्स केवल उम्र बढ़ने से नहीं होते, बल्कि आज के समय में यह समस्या किसी भी उम्र में देखी जा सकती है। खासतौर पर बच्चे और युवा लंबे समय तक लैपटॉप, कंप्यूटर या मोबाइल स्क्रीन पर समय बिताते हैं, जिससे आंखों पर दबाव बढ़ता है और डार्क सर्कल्स बनने लगते हैं।
डॉक्टर ने बताया कि उनके पास महज 9 साल की एक बच्ची भी इलाज के लिए आई थी, जिसे डार्क सर्कल्स की समस्या थी। उनका मानना है कि एशियन सबकॉन्टिनेंट के लोगों की जेनेटिक संरचना भी इसमें बड़ी भूमिका निभाती है — हमारे जींस उतना सपोर्टिव नहीं होते, जिससे डार्क सर्कल्स जल्दी विकसित हो सकते हैं।
नींद लेना है बेहद जरूरी
डार्क सर्कल से छुटकारा पाने के उपाय, डॉक्टर गीता ग्रेवाल की सलाह डार्क सर्कल के समाधान पर बात करते हुए डॉ. गीता ग्रेवाल बताती हैं कि उनके पास कई ऐसे पेशेंट्स आते हैं जो नाइट शिफ्ट में काम करते हैं। वे खुद स्वीकार करते हैं कि पूरी रात नींद नहीं ले पाते, और यही उनकी आंखों के नीचे काले घेरों की बड़ी वजह है — लेकिन काम करना भी जरूरी होता है।
ऐसे में डॉक्टर की सलाह है कि अगर रात में नींद पूरी नहीं हो पा रही है, तो दिन में ज़रूर भरपूर नींद लें। जरूरी है कि यह नींद सिर्फ लंबी न हो, बल्कि रेस्टफुल और डीप स्लीप हो — ताकि शरीर को एंटी–एजिंग प्रोसेस में मदद मिल सके।
डॉ. गीता कहती हैं कि बेहतर नींद के लिए सबसे जरूरी चीज है मेंटल रिलैक्सेशन। कल के काम के बारे में आज ही चिंता न करें — स्ट्रेस को पीछे छोड़ना नींद की क्वॉलिटी सुधारने की दिशा में पहला कदम है।
क्या हैं इसके सॉल्यूशन?
डार्क सर्कल से बचाव के लिए हाइड्रेशन, न्यूट्रिशन और सही स्किनकेयर है जरूरी – जानिए एक्सपर्ट की सलाह एक्सपर्ट डॉ. गीता ग्रेवाल बताती हैं कि डार्क सर्कल से छुटकारा पाने और इससे बचाव के लिए शरीर को अच्छी हाइड्रेशन और पोषण मिलना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही, आंखों के आसपास नियमित रूप से मॉइश्चराइज़र लगाना भी फायदेमंद होता है।
वे सुझाव देती हैं कि दिन में दो से तीन बार आंखों के चारों ओर सर्कुलर मोशन में — खासकर एंटी–क्लॉकवाइज़ — हल्के हाथों से मॉइश्चराइज़र लगाएं। यह हर उम्र के व्यक्ति के लिए फायदेमंद है, क्योंकि इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और स्किन को आराम मिलता है।
डॉ. गीता कहती हैं कि हमारी भावनाएं हमारे चेहरे पर साफ नजर आती हैं — जैसे खुशी हो या तनाव। और जब स्ट्रेस चेहरे पर दिखाई देता है, तो उसका असर आंखों के नीचे सबसे पहले दिखने लगता है। ऐसे में सही स्किनकेयर रूटीन अपनाकर आप डार्क सर्कल को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं।
होम रेमेडी कौन सी हैं सही?
डार्क सर्कल से राहत पाने के लिए अपनाएं ये आसान घरेलू उपाय – डॉक्टर की सलाह डार्क सर्कल से छुटकारा पाने के लिए कई लोग DIY हैक्स और घरेलू नुस्खे अपनाते हैं। इस बारे में डॉ. गीता ग्रेवाल कहती हैं कि सबसे जरूरी है हाइड्रेशन — क्योंकि त्वचा को नमी देने से डार्क सर्कल की समस्या काफी हद तक कम की जा सकती है।
डॉ. गीता के अनुसार, शहद, फुल क्रीम दूध, दही, देसी घी और ग्लिसरीन जैसी चीजें बेहतरीन मॉइश्चराइजिंग और हाइड्रेटिंग तत्व हैं। इनका उपयोग आंखों के नीचे की त्वचा को नमी देने और उसे पोषण देने में मदद करता है।
उन्हें सर्कुलर मोशन में, खासकर एंटी–क्लॉकवाइज़ दिशा में हल्के हाथों से मसाज करते हुए लगाएं। इससे ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होगा और स्किन को आराम मिलेगा।
हालांकि, अगर आपको पिंपल्स या एक्ने की समस्या है तो इन चीजों को पूरे चेहरे पर लगाने से बचें — केवल आंखों के नीचे सीमित मात्रा में लगाना बेहतर है। सही तरीके से उपयोग करने पर ये घरेलू उपाय डार्क सर्कल की समस्या को काफी हद तक कम कर सकते हैं।