तमन्ना भाटिया ब्रांड एंबेसडर : कर्नाटक सरकार ने अभिनेत्री तमन्ना भाटिया को मैसूर सैंडल सोप का नया ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया है। यह साबुन कोई नया उत्पाद नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक विरासत है, जिसे वर्षों से कर्नाटक में बनाया जा रहा है। इस संबंध में राज्य सरकार ने एक आधिकारिक नोटिफिकेशन भी जारी किया है। यह ब्रांड डील 2 साल और 2 दिन की अवधि के लिए है, जिसकी कुल लागत 6.2 करोड़ रुपये बताई गई है।
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साउथ से लेकर बॉलीवुड तक अपनी दमदार पहचान बना चुकी तमन्ना भाटिया इस समय सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं। उन्हें यह प्रतिष्ठित डील हासिल हुई है, जिससे उनकी लोकप्रियता और भी बढ़ गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मैसूर सैंडल सोप का निर्माण 1916 से हो रहा है। इसकी शुरुआत मैसूर के महाराजा कृष्ण राजा वाडियार चतुर्थ द्वारा की गई थी, जब उन्होंने 1900 के दशक की शुरुआत में बेंगलुरु में एक सरकारी साबुन फैक्ट्री की स्थापना की थी। इस ऐतिहासिक साबुन का निर्माण कर्नाटक सोप एंड डिटर्जेंट लिमिटेड (KSDL) द्वारा किया जाता है, और यह राज्य की सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण प्रतीक माना जाता है।
6.2 करोड़ रुपए की डील
इस संबंध में कर्नाटक सरकार ने एक आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी किया, जिसमें कहा गया है कि कॉमर्स इंडस्ट्री एक्ट 1999 की धारा 4(g) के तहत इस अधिनियम से छूट प्रदान की गई है, ताकि तमन्ना भाटिया को कर्नाटक सोप एंड डिटर्जेंट लिमिटेड (KSDL) का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया जा सके। यह डील दो साल और दो दिन की अवधि के लिए की गई है, जिसकी कुल लागत 6.2 करोड़ रुपये है। हालांकि, जैसे ही यह नोटिफिकेशन सार्वजनिक हुआ, यह तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा और राज्य सरकार के इस फैसले को लेकर कई तरह के सवाल भी उठने लगे।
ब्रांड वैल्यूऔर टारगेट ऑडियंस
इस निर्णय को लेकर कई लोगों ने प्रतिक्रिया दी कि कर्नाटक सरकार इस डील के लिए किसी कन्नड़ अभिनेता को भी चुन सकती थी। इस पर राज्य के उद्योग मंत्री एम.बी. पाटिल ने स्पष्ट किया कि कर्नाटक सोप्स एंड डिटर्जेंट लिमिटेड (KSDL) कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री का सम्मान करता है और यह भी सच है कि आज कन्नड़ सिनेमा, बॉलीवुड को कड़ी टक्कर दे रहा है। उन्होंने बताया कि इस ब्रांड का उद्देश्य कर्नाटक से बाहर के बाजारों में अपनी पहुंच बनाना है, और इसी रणनीति के तहत तमन्ना भाटिया को ब्रांड एंबेसडर चुना गया है। यह फैसला मार्केट एक्सपर्ट्स की गहन सोच और रणनीतिक विश्लेषण के आधार पर लिया गया है।
ब्रांड एंबेसडर का चयन करते समय उनकी ब्रांड वैल्यू, पॉपुलैरिटी, मीडिया प्रजेंस, प्रोडक्ट से मेल, टारगेट ऑडियंस और बाजार में प्रभाव को ध्यान में रखा जाता है। KSDL का लक्ष्य है कि वह 2028 तक सालाना 5,000 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल करे।