Tata Helicopter Manufacturing : यह यूनिट एयरबस के सबसे अधिक बिकने वाले सिविल कैटेगरी के H125 हेलीकॉप्टर का निर्माण करेगी। इसके अलावा, टाटा और एयरबस ने वडोदरा, गुजरात में हाल ही में बड़े निवेश प्रोजेक्ट्स की घोषणा की है, जिनमें सेमीकंडक्टर प्लांट और C295 विमान निर्माण शामिल हैं।
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अब टाटा ग्रुप की कंपनी हेलीकॉप्टर निर्माण के क्षेत्र में भी कदम रखने जा रही है। टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) और यूरोपीय विमानन कंपनी एयरबस मिलकर भारतीय वायु सेना के लिए H125 हेलीकॉप्टर की अंतिम असेंबली लाइन कर्नाटक के कोलार जिले में स्थापित करेंगे। ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, इस जानकारी की पुष्टि उन लोगों ने की है जो इस परियोजना से जुड़े हुए हैं।
यह भारत की पहली निजी क्षेत्र की हेलीकॉप्टर असेंबली यूनिट होगी, जो ‘मेक इन इंडिया’ पहल को और मजबूत करेगी। इसका मुख्य उद्देश्य एयरोस्पेस निर्माण क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करना है।
सिविल कैटेगरी की H125 हेलीकॉप्टर को बनाएगी
यह यूनिट एयरबस के सबसे ज्यादा बिकने वाले सिविल श्रेणी के H125 हेलीकॉप्टरों का निर्माण करेगी। फ्रांस, अमेरिका और ब्राजील के बाद यह दुनिया का चौथा ऐसा प्लांट होगा। शुरुआत में यह संयंत्र सालाना 10 हेलीकॉप्टरों के निर्माण की क्षमता के साथ काम करेगा, लेकिन भविष्य में इसकी क्षमता को तेजी से बढ़ाया जाएगा। एयरबस ने अनुमान लगाया है कि आने वाले 20 वर्षों में भारत और दक्षिण एशिया में 500 लाइट हेलीकॉप्टरों की मांग होगी।
यह यूनिट बेंगलुरु से लगभग दो घंटे की दूरी पर स्थित वेमगल इंडस्ट्रियल एरिया में स्थापित की जाएगी, जहां टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) की अन्य प्लांट यूनिट्स पहले से मौजूद हैं। हाल ही में टाटा ने वेमगल औद्योगिक क्षेत्र में 7.4 लाख वर्ग फुट का एक प्लॉट अधिग्रहित किया है, जहां विमान निर्माण, अंतिम असेंबली और MRO (मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहॉल) सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी।
नए रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगी
इस विषय में एएक्वस (Aequs) के चेयरमैन और सीईओ अरविंद मोलिगेरी ने कहा कि यह पहल न केवल देश में स्वदेशी विनिर्माण को मजबूती देगी, बल्कि औद्योगिक क्लस्टर के विकास में भी अहम भूमिका निभाएगी। कंपनी सप्लाई चेन में निवेश करने के साथ–साथ नए रोजगार के अवसर भी सृजित करेगी।
वहीं, टाटा और एयरबस को हाल ही में वडोदरा, गुजरात में बड़े निवेश प्रोजेक्ट्स मिले हैं, जिनमें सेमीकंडक्टर प्लांट और C295 विमान निर्माण शामिल हैं। इसी को लेकर विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर गुजरात को प्राथमिकता देने का आरोप भी लगाया है।