केमिकल से पका तरबूज पहचानने के तरीके : गर्मियों में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला फल तरबूज होता है। यह न सिर्फ शरीर को ठंडक पहुंचाता है, बल्कि पानी की कमी को भी दूर करता है और स्वाद में भी बेहद शानदार होता है। लेकिन इस मौसम में बाजार में मिलने वाले तरबूज अब केमिकल से पकाकर बेचे जा रहे हैं, जिससे सेहत को नुकसान पहुंच सकता है।
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गर्मी के मौसम में ठंडा और रसदार तरबूज हर किसी की पहली पसंद बन जाता है। यह फल न केवल प्यास बुझाता है, बल्कि शरीर को हाइड्रेट रखने, पाचन तंत्र को बेहतर बनाने और लू से बचाने में भी मदद करता है। यही वजह है कि गर्मियों में इसकी मांग तेजी से बढ़ जाती है। मगर बढ़ती मांग के बीच कुछ व्यापारी जल्दी मुनाफा कमाने के लिए तरबूज को कृत्रिम तरीके से पकाने लगते हैं। इसके लिए वे कार्बाइड या अन्य सिंथेटिक रसायनों का इस्तेमाल करते हैं, जो फल को जल्दी पकाने और अंदर से लाल दिखाने में मदद करते हैं।
1. तरबूज के छिलके का रंग ध्यान से देखें
अगर तरबूज का रंग असामान्य रूप से बहुत चमकीला या पूरी तरह एक जैसा गहरा हरा दिखाई दे, तो सतर्क हो जाएं। आमतौर पर प्राकृतिक तरबूज पर हल्की और गहरी हरी धारियां होती हैं। लेकिन केमिकल से पकाए गए तरबूज अक्सर एकसमान रंग के और अधिक चमकदार नजर आते हैं, क्योंकि उन्हें पॉलिश या कृत्रिम रसायनों की मदद से तैयार किया जाता है।
2. अंदर का गूदा बहुत चटख लाल तो नहीं?
अगर तरबूज का गूदा बहुत ज्यादा चमकीला लाल हो और दिखने में नकली लगे, तो सावधानी बरतें। केमिकल से पकाए गए तरबूज का रंग सामान्य से ज्यादा गहरा होता है और उसमें प्राकृतिक मिठास की जगह हल्का तीखा या अजीब सा स्वाद आ सकता है।
3. काटने पर झाग या रस में बुलबुले बनना
अगर तरबूज काटते ही उसके रस में झाग या बुलबुले बनने लगें, तो यह संकेत हो सकता है कि उसमें केमिकल मिलाया गया है। यह आमतौर पर कैल्शियम कार्बाइड या रंगीन इंजेक्शन के कारण होता है। इसलिए तरबूज खरीदने से पहले थोड़ा सा काटकर अच्छी तरह जांच लेना चाहिए।
4. बीजों की स्थिति और रंग पर ध्यान दें
प्राकृतिक तरबूज के बीज काले या भूरे रंग के होते हैं और वे पूरी तरह से पकने का संकेत देते हैं। वहीं, केमिकल से पकाए गए तरबूज के बीज अक्सर हल्के रंग के और पतले दिखाई देते हैं।
5. हल्की खुशबू और स्वाद पहचानें
प्राकृतिक रूप से पका तरबूज हल्की ताजगी और मीठी खुशबू से भरपूर होता है। जबकि केमिकल से पकाए गए तरबूज में या तो कोई खास खुशबू नहीं होती, या उसमें तेज़ और कृत्रिम जैसी अजीब गंध महसूस होती है। साथ ही इसका स्वाद कम मीठा और कम रसीला होता है।