एक्ट्रेस और मॉडल शेफाली जरीवाला का शुक्रवार को 42 वर्ष की उम्र में निधन हो गया, जिसकी वजह कार्डियक अरेस्ट बताई जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शेफाली यंग दिखने के लिए एंटीएजिंग दवाओं का सेवन कर रही थीं। इस घटना के बाद यह सवाल उठने लगा है कि क्या एंटीएजिंग दवाएं त्वचा और सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकती हैं? साथ ही, क्या बिना दवाओं के त्वचा को प्राकृतिक रूप से हेल्दी और ग्लोइंग बनाए रखा जा सकता है? इस विषय पर विशेषज्ञों ने अपनी राय दी है।

उम्र बढ़ने के असर आमतौर पर त्वचा और स्वास्थ्य दोनों पर दिखाई देने लगते हैं। 30 से 35 की उम्र के बाद झुर्रियां, फाइन लाइन्स, स्किन की ढीलापन और दागधब्बे जैसे लक्षण नज़र आने लगते हैं। इन्हें कम करने के लिए लोग अक्सर एंटीएजिंग प्रोडक्ट्स जैसे क्रीम, सीरम या सप्लीमेंट्स का सहारा लेते हैं। हालांकि, कुछ दवाएं ऐसी भी होती हैं जो स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं।

हाल के दिनों में एंटीएजिंग दवाओं को लेकर काफी बहस हो रही है। शेफाली जरीवाला की मौत के बाद उनके घर से एंटीएजिंग गोलियां और स्किन ग्लो टैबलेट्स मिली हैं। कहा जा रहा है कि वे एंटीएजिंग इंजेक्शन और दवाएं ले रही थीं। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत की असली वजह को लेकर अब तक कोई स्पष्ट निष्कर्ष सामने नहीं आया है। अब बड़ा सवाल यह है कि क्या बढ़ती उम्र में यंग और फ्रेश दिखने के लिए दवाओं पर निर्भर रहना जरूरी है? एक्सपर्ट्स मानते हैं कि कुछ नेचुरल तरीकों से भी स्किन को हेल्दी, ग्लोइंग और एजिंग के प्रभाव से बचाया जा सकता हैवो भी बिना किसी दवा या इंजेक्शन के। आइए जानते हैं विशेषज्ञों की सलाह, जो आपको बिना रिस्क के स्किन हेल्थ सुधारने में मदद कर सकती है।

एंटीएजिंग दवा से सेहत को क्या नुकसान होता है?

दिल्ली स्थित अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल के डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. संदीप अरोड़ा के अनुसार, एंटीएजिंग दवाओं का सेवन अगर बिना विशेषज्ञ की सलाह या गलत तरीके से किया जाए तो यह सेहत के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। कई दवाओं में हार्मोन, स्टेरॉयड या अन्य केमिकल्स मौजूद होते हैं, जो शरीर के प्राकृतिक सिस्टम में हस्तक्षेप करते हैं। इसका सीधा असर दिल और लिवर पर पड़ सकता है। इसके अलावा, हार्मोनल असंतुलन की समस्या, हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और दिल की बीमारियां भी हो सकती हैं।

डॉ. अरोड़ा बताते हैं कि एंटीएजिंग क्रीम या सीरम जैसे प्रोडक्ट्स को त्वचा पर लगाने से आमतौर पर कोई गंभीर साइड इफेक्ट नहीं होता, बशर्ते उनमें हानिकारक रसायन न हों, त्वचा अत्यधिक सेंसिटिव न हो या एलर्जी की प्रवृत्ति न हो। चूंकि हर व्यक्ति की स्किन टाइप अलग होती है, इसलिए कोई भी नया स्किन प्रोडक्ट इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट करना चाहिए और डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह जरूर लेनी चाहिए।

हर्बल या प्रमाणित ब्रांड्स के प्रोडक्ट्स चुनना बेहतर होता है और किसी भी प्रकार की दवा या सप्लीमेंट का सेवन हमेशा डॉक्टर की निगरानी में ही करना चाहिए। तभी ये आपकी त्वचा और सेहत के लिए सुरक्षित माने जाते हैं।

स्किन को नेचुरली यंग कैसे रखें?

डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. संदीप अरोड़ा के अनुसार, उम्र बढ़ने के साथ चेहरे पर झुर्रियां, डलनेस और दागधब्बे दिखने लगते हैं, लेकिन सही स्किन केयर रूटीन अपनाकर स्किन को हेल्दी और ग्लोइंग बनाए रखा जा सकता है। इसके लिए जरूरी है कि आप दिन में दो बार माइल्ड फेस वॉश से चेहरा साफ करें, मॉइस्चराइज़र जरूर लगाएं और हर दिन दो बार सनस्क्रीन का इस्तेमाल करेंचाहे धूप कम हो या ज्यादा।

डॉ. अरोड़ा कहते हैं कि स्किन को स्वस्थ रखने के लिए आपको अपनी डाइट में एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर फूड्स जैसे मूंगफली, अखरोट, ब्लूबेरी, गाजर, चुकंदर, टमाटर, आंवला और सिट्रस फलों को शामिल करना चाहिए। साथ ही, हर मौसम में भरपूर पानी पीना बेहद जरूरी है, ताकि डिहाइड्रेशन से स्किन डल न दिखे।

डॉ. अरोड़ा सलाह देते हैं कि ब्लीच या हार्ड केमिकल वाले फेस पैक्स जैसे भारी प्रोडक्ट्स से बचना चाहिए, क्योंकि ये स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं। स्किन को हेल्दी बनाए रखने के लिए फेस योगा या हल्की मसाज करना भी बेहद लाभदायक होता है।

हार्ट को हेल्दी कैसे रखें?

दिल्ली के श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट में इंटरवेंशनल, क्लिनिकल और क्रिटिकल कार्डियोलॉजी एवं इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी विभाग के डायरेक्टर डॉ. अमर सिंघल का कहना है कि एक हेल्दी लाइफस्टाइल न केवल बीमारियों से बचाता है, बल्कि उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को भी धीमा कर देता है। इसके लिए रोजाना कम से कम 30 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी जरूरी है। आप योग, साइकलिंग, स्विमिंग या वॉकिंग जैसी एक्टिविटीज को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं।

डॉ. सिंघल बताते हैं कि अच्छी सेहत के लिए खानपान का ध्यान रखना भी उतना ही जरूरी है। अपने आहार में ताजे फल, सलाद, हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज, दालें, नट्स और बीज शामिल करें। साथ ही नमक और चीनी की मात्रा सीमित रखें और तले हुए, प्रोसेस्ड और ट्रांस फैट्स युक्त खाद्य पदार्थों से दूरी बनाएं। धूम्रपान और शराब से परहेज करें, क्योंकि ये न केवल सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि स्किन को भी तेजी से एजिंग की ओर ले जाते हैं।

तनाव को दूर रखने के लिए गहरी सांसों की तकनीक, मेडिटेशन या अपने पसंदीदा शौक अपनाना मददगार हो सकता है। बेहतर स्वास्थ्य और हार्मोन संतुलन के लिए रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद जरूरी है।

कार्डियोलॉजिस्ट और डर्मेटोलॉजिस्ट दोनों का मानना है कि स्किन पर बाहरी उत्पादों से ज्यादा असर आपकी डेली हैबिट्स का होता है। इसलिए रोज एक्टिव रहें, पॉजिटिव माहौल बनाएं, समय पर नींद लें और संतुलित आहार लें। लाइफस्टाइल में छोटेछोटे बदलाव अपनाकर आप लंबे समय तक जवां और हेल्दी दिख सकते हैं, और एंटीएजिंग प्रोडक्ट्स पर निर्भरता भी कम होगी।

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