बादाम खाने के फायदे : बादाम का सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक माना जाता है। कई लोग इसे रोजाना सुबह खाली पेट खाना पसंद करते हैं। हाल ही में एक अध्ययन में खुलासा हुआ है कि प्रतिदिन 60 ग्राम या उससे अधिक बादाम खाने से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद मिल सकती है। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
बादाम को पोषण का खजाना कहा जाता है और इसे सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं माना जाता। कहा जाता है कि यह दिमाग को तेज करने में मदद करता है, साथ ही हृदय स्वास्थ्य, वजन नियंत्रण और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। यही कारण है कि लोग इसे अलग–अलग तरीकों से अपनी डाइट में शामिल करते हैं। कई लोग रातभर भिगोकर सुबह बादाम खाते हैं, जबकि बच्चों को अक्सर यह दूध के साथ दिया जाता है।
हेल्थलाइन के अनुसार, बादाम में फाइबर, प्रोटीन, हेल्दी फैट, विटामिन E, मैंगनीज और मैग्नीशियम जैसे आवश्यक पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इसमें भरपूर एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मददगार होते हैं। हालिया स्टडी ने भी यह पुष्टि की है कि रोजाना 60 ग्राम या इससे अधिक बादाम का सेवन ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को घटाने में सहायक हो सकता है।
क्या कहती है स्टडी?
द जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक शोध में पाया गया कि यदि कोई व्यक्ति रोजाना 60 ग्राम से अधिक बादाम का सेवन करता है, तो इससे शरीर में एंटीऑक्सीडेंट स्तर में सुधार होता है। यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के बायोमार्कर को कम करने में मदद करता है, जिससे डीएनए की सुरक्षा और स्वस्थ कोशिकाओं को बढ़ावा मिलता है।
ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस तब होता है जब शरीर में फ्री रेडिकल्स नामक हानिकारक अणुओं का जमाव हो जाता है। ये कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं और बुढ़ापे की प्रक्रिया को तेज कर देते हैं। बादाम में मौजूद हेल्दी फैट और एंटीऑक्सीडेंट इन फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं और कोशिकाओं को मजबूत करते हुए शरीर को सेलुलर स्तर पर सहारा देते हैं।
अध्ययन में स्मोकिंग करने वाले युवाओं को रोजाना लगभग 84 ग्राम बादाम खाने के लिए कहा गया। नतीजों में पाया गया कि ऑक्सीडेटिव डीएनए डैमेज में लगभग 28% कमी, लिपिड पेरोक्सीडेशन में 34% कमी और डीएनए स्ट्रैंड ब्रेक में करीब 23% कमी हुई। साथ ही, एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम की गतिविधि में भी सुधार देखा गया। इससे यह स्पष्ट हुआ कि बादाम का सेवन हाई स्ट्रेस कंडीशन, जैसे स्मोकिंग के दौरान भी लाभकारी हो सकता है।
60 ग्राम बादाम लगभग एक मुट्ठी से अधिक होता है, जिसमें करीब दो सर्विंग या 40-45 साबुत बादाम शामिल होते हैं। इनमें मौजूद विटामिन E, फ्लेवोनोइड्स और पॉलीफेनॉल्स जैसे बायोएक्टिव कंपाउंड्स शरीर को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करते हैं।
कम मात्रा में बादाम खाने से भी फायदा होता है, लेकिन रोजाना 60 ग्राम सेवन करने से एंटीऑक्सीडेंट का असर अधिक प्रभावी होता है। इनमें मौजूद पोषक तत्व न केवल ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं बल्कि एंटी–एजिंग लाभ भी प्रदान करते हैं। नियमित रूप से बादाम खाने से ऊर्जा बनी रहती है और यह कोशिकाओं के लिए एक मजबूत कवच का काम करता है। हालांकि, इन लाभों की पुष्टि के लिए और गहन अध्ययन की आवश्यकता है।