पानी पीने के बाद शरीर हाइड्रेट : शरीर के सुचारू रूप से काम करने के लिए रोज़ाना पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बेहद ज़रूरी है, क्योंकि डिहाइड्रेशन शरीर के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पानी पीने के बाद शरीर को पूरी तरह हाइड्रेट होने में कितना समय लगता है? आइए जानते हैं इस बारे में एक्सपर्ट्स की राय।
Table of Contents
स्वस्थ और ऊर्जावान रहने के लिए शरीर को हाइड्रेट रखना बेहद आवश्यक है। हमारे शरीर का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा पानी से बना होता है, जो अंगों, मांसपेशियों और कोशिकाओं के सही ढंग से कार्य करने में मदद करता है। पर्याप्त पानी न पीने पर शरीर में डिहाइड्रेशन हो सकता है, जिससे थकान, सिरदर्द और अन्य सेहत संबंधी दिक्कतें उत्पन्न हो सकती हैं।
पानी न केवल शरीर के टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है, बल्कि यह हमारे शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने में भी अहम भूमिका निभाता है। जब हम पसीना बहाते हैं, तो शरीर इसी प्रक्रिया के जरिए गर्मी को बाहर निकालता है। लेकिन अगर हम लंबे समय तक शरीर की ज़रूरत के अनुसार पानी नहीं पीते, तो इससे स्किन और हेल्थ दोनों पर बुरा असर पड़ सकता है।
ऐसा माना जाता है कि हर व्यक्ति को दिनभर में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पीना चाहिए। मगर क्या आपने कभी सोचा है कि जब हम पानी पीते हैं, तो शरीर को उसे अवशोषित कर हाइड्रेट होने में वास्तव में कितना समय लगता है?
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
दिल्ली एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. एम. सी. मिश्रा के अनुसार, पानी पीने के लगभग 5 से 10 मिनट बाद शरीर में इसे सोखने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है, जो करीब 1 से 2 घंटे में पूरी होती है। हालांकि, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपने पानी किस तरीके से और किस अवस्था में पिया है — जैसे कि खाली पेट, खाने के बाद, या फिर गुनगुना या ठंडा पानी। साथ ही, हर व्यक्ति के शारीरिक हालात के अनुसार यह प्रक्रिया अलग–अलग हो सकती है।डॉ. मिश्रा बताते हैं कि जब शरीर में पर्याप्त हाइड्रेशन हो जाता है, तो उसका संकेत यूरिन (मूत्र) केरूपमेंमिलताहै।
जितना हल्का रंग यूरिन का होगा, उतना बेहतर हाइड्रेशन माना जाता है। वहीं अगर इसका रंग गाढ़ा पीला है, तो यह संकेत है कि शरीर में पानी की कमी है। उन्होंने यह भी बताया कि यदि किसी व्यक्ति को डिहाइड्रेशन है, तो किडनी को यूरिन बनाने में अधिक समय लगता है। यह प्रक्रिया मौसम पर भी निर्भर करती है — गर्मी में पसीना अधिक और यूरिन कम आता है, जबकि सर्दी में पसीना कम और यूरिन ज्यादा निकलता है। पानी पीने के बाद शरीर को पूरी तरह हाइड्रेट होने में कितना समय लगता है, यह सभी कारकों पर निर्भर करता है। साथ ही, शरीर में सही इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बनाए रखना भी जरूरी है, वरना सोडियम या पोटैशियम की कमी हो सकती है।
जरूरत के मुताबिक पिएं पानी
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हर चीज का सेवन उसकी ज़रूरत के अनुसार करना जरूरी है, और इसमें पानी भी शामिल है। याद रखें, पानी की अधिक मात्रा भी स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डाल सकती है। आमतौर पर गर्मियों में शरीर को अधिक पानी की आवश्यकता होती है, जबकि सर्दियों में इसकी मात्रा थोड़ी कम रहती है। इसके अलावा, आप अपनी डाइट में खीरा, मूली और ऐसी सब्ज़ियाँ या फल शामिल कर सकते हैं जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है। ये न सिर्फ शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करती हैं, बल्कि ऊर्जा और ताजगी भी बनाए रखती हैं।