हाई ब्लड प्रेशर में योगासन : हाई ब्लड प्रेशर के मरीज न करें ये योगासन, वरना बढ़ सकती है परेशानी – जानिए एक्सपर्ट की सलाह उच्च रक्तचाप यानी हाई ब्लड प्रेशर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो लंबे समय तक नियंत्रण में न रहे तो हार्ट, किडनी, आंखों और दिमाग पर भी बुरा असर डाल सकती है। तनाव भरी और तेज़ रफ्तार जिंदगी में लोग फिट और स्वस्थ रहने के लिए अक्सर योग का सहारा लेते हैं, क्योंकि यह एक प्राकृतिक और प्रभावी तरीका माना जाता है।
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हालांकि, क्या आप जानते हैं कि कुछ योगासन ऐसे भी होते हैं, जो हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकते हैं? योग विशेषज्ञ अतुल व्यास बताते हैं कि सभी योग क्रियाएं हर व्यक्ति के लिए उपयुक्त नहीं होतीं। विशेष रूप से उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों को कुछ आसनों से परहेज करना चाहिए, क्योंकि वे ब्लड प्रेशर को और अधिक बढ़ा सकते हैं।
तो चलिए जानते हैं कौन से योगासन हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को नहीं करने चाहिए और इसके पीछे की वजह क्या है। साथ ही समझते हैं कि सुरक्षित और नियंत्रित तरीके से योग करके कैसे स्वस्थ रहा जा सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर वालों को नहीं करने चाहिए ये आसन
जयपुर के योग गुरु अतुल व्यास बताते हैं कि हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए योग लाभकारी तो हो सकता है, लेकिन यदि गलत योगासन किए जाएं तो इससे स्थिति और बिगड़ सकती है। उनके अनुसार, जिन लोगों को उच्च रक्तचाप की समस्या है, उन्हें भुजंगासन, धनुरासन, शलभासन, शीर्षासन और मयूरासन जैसे आसनों से परहेज करना चाहिए, क्योंकि ये आसन रक्तचाप को और अधिक बढ़ा सकते हैं।
क्यों नहीं करने चाहिए ये आसन
योग विशेषज्ञ अतुल व्यास आगे बताते हैं कि ये ऐसे योगासन हैं जो हृदय पर अधिक दबाव डालते हैं। इन आसनों को करने से धमनियों में रक्त प्रवाह तेज हो जाता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। ऐसे आसनों में हृदय का स्थान सिर से ऊंचा हो जाता है, जो हृदय रोगियों के लिए नुकसानदेह हो सकता है। इसी चर्चा में उन्होंने यह भी बताया कि हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित लोगों के लिए कुछ विशेष योगासन लाभकारी होते हैं, जिन्हें नियमित रूप से करना चाहिए।
हाई ब्लड प्रेशर में असरदार हैं ये आसन
योग गुरु अतुल व्यास के अनुसार, हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित लोगों को शवासन जरूर करना चाहिए। यह एक गहराई से आराम देने वाला योगासन है जो शरीर और मन दोनों को शांत करता है। यह हृदय गति को नियंत्रित करने में मदद करता है और धीरे–धीरे ब्लड प्रेशर को सामान्य करने में सहायक होता है। इसे करने के लिए आपको पीठ के बल लेटना होता है, आंखें बंद करके पूरे शरीर को ढीला छोड़ देना चाहिए। 5 से 10 मिनट तक गहरी सांस लेना और छोड़ना फायदेमंद होता है। इसके अतिरिक्त, योग निद्रा भी हाई बीपी वालों के लिए बेहद लाभदायक है, क्योंकि यह गहन ध्यान की एक विधि है जो तनाव, चिंता और मानसिक अशांति को कम करती है।
चंद्र भेदी प्राणायाम एक विशेष प्रकार का श्वसन अभ्यास है जो शरीर में ऊर्जा प्रवाह को संतुलित करता है और ब्लड प्रेशर घटाने में सहायक होता है। अतुल व्यास बताते हैं कि जीवह बंध भी उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में मददगार है। इसमें जीभ को तालु से लगाकर ध्यान व प्राणायाम किया जाता है, जिससे नाड़ी तंत्र शांत होता है और ब्लड प्रेशर नियंत्रण में आता है।