नकारात्मक सोच: अत्यधिक नकारात्मक विचारों के कारण आपकी शरीर भी असामान्य प्रतिक्रियाएँ देने लगती है, जिससे विभिन्न बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। आइए जानें विशेषज्ञों से कि लंबे समय तक नकारात्मक सोच से कौन-कौन सी बीमारियाँ हो सकती हैं।

नकारात्मक सोच: आपने सुना होगा कि अगर आप मानसिक रूप से फिट नहीं हैं, तो शारीरिक रूप से भी स्वस्थ रहना मुश्किल होता है। हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के बीच एक सीधा संबंध है। तनाव की स्थिति में लोग अक्सर अधिक थकावट महसूस करते हैं। नकारात्मक विचारों के कारण आप जल्दी बीमार भी पड़ सकते हैं।

नकारात्मक सोच से बीमारियाँ: आयुर्वेदिक डॉक्टर और न्यूट्रिशन व डाइट कंसल्टेंट डॉ. ईशा नेगी के अनुसार, नकारात्मक सोच से कई स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। इसके विपरीत, सकारात्मक सोच रखने से आप अधिक सक्रिय रह सकते हैं। डॉ. ईशा नेगी ने इस विषय पर सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी साझा किया है। आइए जानें, नकारात्मक सोच से किन बीमारियों का खतरा हो सकता है।

दिल से जुड़ी बीमारियां

विशेषज्ञों के अनुसार, अत्यधिक नकारात्मक सोच से तनाव और बेचैनी बढ़ जाती है, जिससे शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल का संतुलन बिगड़ता है। इसके परिणामस्वरूप दिल की बीमारियों का जोखिम बढ़ सकता है। आपको उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल की समस्याएं और तेज हार्टबीट जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर

डॉ. ईशा नेगी के अनुसार, अत्यधिक नकारात्मक विचारों का आंतों पर भी प्रभाव पड़ता है। इससे आंतों में मौजूद लाभकारी बैक्टीरिया को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम, अल्सर, अपच, दस्त और अन्य पेट संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

थायराइड और PCOS

अत्यधिक नकारात्मक सोच से डिप्रेशन हो सकता है, जिसके कारण शरीर में कई हार्मोन्स के स्तर में असंतुलन आ सकता है। इससे थायराइड, डायबिटीज, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है।

कमजोर इम्यूनिटी

लगातार नकारात्मक सोच से आपकी इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है, जिससे संक्रमण या गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए अपने भावनाओं पर नियंत्रण बनाए रखना जरूरी है।

शरीर में दर्द

इसके अलावा, नकारात्मक सोच से कई अन्य समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। इससे तनाव बढ़ सकता है, जो मांसपेशियों में दर्द और अकड़न का कारण बन सकता है। इसके परिणामस्वरूप, आपको पीठ और गर्दन में दर्द की समस्या भी हो सकती है।

Your Comments