होटल स्टार रेटिंग कैसे तय होती है : चाहे फैमिली ट्रिप हो, बिजनेस ट्रिप या दोस्तों के साथ कोई वीकेंड गेटवे… सबसे पहला काम होता है एक अच्छे होटल की तलाश। आमतौर पर हम अपने बजट के हिसाब से 3, 4 या 5 स्टार होटल खोजते हैं। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि किसी होटल की स्टार रेटिंग आखिर किन मानकों पर तय होती है? आइए, इस आर्टिकल में इसे विस्तार से समझते हैं।
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जब भी हम अपने शहर या देश से बाहर जाने का प्लान बनाते हैं, तो सबसे पहले वहां के होटल विकल्पों को सर्च करते हैं। चाहे बिजनेस ट्रिप हो, फैमिली वेकेशन या वीकेंड की छोटी–सी छुट्टी—हम होटल की सुविधाओं, रेटिंग और बजट को ध्यान से देखते हैं। बजट के अनुसार 5 स्टार, 7 स्टार या फिर अगर खर्च कम है तो 2–3 स्टार होटल चुन लेते हैं। लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि आखिर यह स्टार सिस्टम होता क्या है? और किस आधार पर किसी होटल को 2, 3, 4, 5 या 7 स्टार की रेटिंग दी जाती है?
अक्सर लोग मान लेते हैं कि स्टार रेटिंग केवल लग्जरी और स्टेटस का पैमाना है—यानी जितने ज्यादा स्टार, उतना महंगा और शानदार होटल। जबकि हकीकत इससे कहीं गहरी है। होटल की स्टार रेटिंग कई अलग–अलग पैरामीटर्स के आधार पर तय होती है, जैसे कमरों की गुणवत्ता, स्टाफ की सर्विस, सुरक्षा मानक, अतिरिक्त सुविधाएं, खाने की क्वालिटी, मेंटेनेंस और ओवरऑल अनुभव। तो चलिए, जानते हैं होटल की स्टार रेटिंग के पीछे का असली लॉजिक।
होटल स्टार रेटिंग कैसे तय होती है : होटल की स्टार रेटिंग का क्या होता है मतलब?
होटल की स्टार रेटिंग उसकी कुल गुणवत्ता और सुविधाओं का संकेत होती है। उदाहरण के तौर पर, 2 स्टार होटल आमतौर पर बेसिक कमरा और सीमित सुविधाएं प्रदान करते हैं, जिसमें खाने–पीने, सफाई या सर्विस का विशेष ध्यान नहीं दिया जाता। इसके विपरीत, 5 स्टार या 7 स्टार होटल में आपको लग्जरी कमरे, उत्कृष्ट भोजन, पार्किंग, सुरक्षा और कई प्रीमियम सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं।
2 स्टार होटल में क्या–क्या मिलता है?
2 स्टार होटल आमतौर पर बजट–फ्रेंडली होते हैं और आसानी से कम कीमत में मिल जाते हैं। ऐसे होटलों में आपको एक साधारण कमरा मिलता है, जिसमें टीवी, टेलीफोन, अलमारी और बाथरूम जैसी बेसिक सुविधाएं शामिल होती हैं। इसके अलावा, कई जगहों पर हाउसकीपिंग, 24 घंटे रिसेप्शन, मुफ्त वाई–फाई और कभी–कभी कॉन्टिनेंटल नाश्ता (जैसे ब्रेड, चाय, कॉफी आदि) भी उपलब्ध कराया जाता है। 2 स्टार होटल सामान्यत: 800 रुपये से 1200 रुपये तक की कीमत में मिल जाते हैं।
3 स्टार होटल कैसा होता है?
3 स्टार होटल मिड–रेंज कैटेगरी में आते हैं और कम बजट में भी अच्छी क्वालिटी की सुविधाएं प्रदान करते हैं। इनमें आपको साफ–सुथरा कमरा मिलता है, साथ ही रूम सर्विस, रेस्टोरेंट, वाई–फाई और कई जगहों पर कार पार्किंग जैसी सुविधाएं भी मिल जाती हैं। ये होटल बिजनेस ट्रैवलर्स और फ्रेंड्स ग्रुप दोनों के लिए उपयुक्त होते हैं। कुल मिलाकर, 3 स्टार होटल किफायती कीमत में अच्छी सुविधाओं का संतुलन प्रदान करते हैं। इनकी एक रात की कीमत आमतौर पर 2000 रुपये से 3000 रुपये के बीच होती है।
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4 स्टार होटल की सुविधाएं
अगर आप एक आरामदायक और लग्जरी स्टे की तलाश में हैं, तो 4 स्टार होटल एक बेहतरीन विकल्प साबित होते हैं। कई बार 4 स्टार होटलों में 5 स्टार जैसी सुविधाएं भी मिल जाती हैं, लेकिन comparatively बजट कम रहता है। यहां आपको लग्जरी कमरे, स्विमिंग पूल, बुफे, उत्कृष्ट रूम सर्विस और आरामदायक बेड जैसी सुविधाएं मिलती हैं। 4 स्टार होटल का एक रात का किराया आमतौर पर 3 हजार रुपये से 8 हजार रुपये के बीच होता है।
5 स्टार होटल में लग्जरी स्टे
लग्जरी स्टे की बात करें तो 5 स्टार होटल सबसे उत्कृष्ट विकल्प माने जाते हैं। हालांकि इनका बजट थोड़ा अधिक होता है, लेकिन मिलने वाली सुविधाओं के हिसाब से पूरा खर्च वसूल हो जाता है। 5 स्टार होटल में आपको बड़ा और शानदार इंटीरियर वाला कमरा मिलता है, जिसमें बाथटब के साथ प्रीमियम बाथरूम, बेहतरीन लोकेशन, उच्च–स्तरीय रूम सर्विस, टीवी, वाई–फाई, पार्किंग, स्विमिंग पूल जैसी कई सुविधाएं शामिल होती हैं। कई होटलों में इन सबके साथ रेस्टोरेंट और बार की सुविधा भी उपलब्ध होती है, जिससे आपका अनुभव और खास बन जाता है।
5 स्टार होटल का एक रात का किराया आमतौर पर 10,000 रुपये से 20,000 रुपये तक हो सकता है।
कैसे तय की जाती है होटल की स्टार रेटिंग?
किसी होटल को कितने स्टार दिए जाएंगे, यह काम पर्यटन और होटल उद्योग से जुड़े अधिकृत संगठन तय करते हैं। भारत में इसकी जिम्मेदारी मुख्य रूप से टूरिज्म डिपार्टमेंट और हॉस्पिटैलिटी रेटिंग संस्थानों की होती है। वे निरीक्षण टीम भेजकर होटल की पूरी जांच करते हैं और उसकी सुविधाओं का मूल्यांकन करते हैं—जैसे कमरों की सफाई और आकार, स्टाफ की ट्रेनिंग, सुरक्षा व्यवस्था, रूम सर्विस, रेस्तरां, पार्किंग, वाई–फाई, जिम या स्विमिंग पूल जैसी अतिरिक्त सुविधाएं। इन्हीं मानकों के आधार पर तय होता है कि होटल 3-स्टार, 4-स्टार या 5-स्टार रेटिंग के योग्य है।
कुल मिलाकर, जितनी बेहतर और अधिक सुविधाएं होंगी, होटल की स्टार रेटिंग उतनी ही उच्च होगी।