Manmohan Singh : भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने वाले मनमोहन सिंह ने कैम्ब्रिज और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की थी। आइए जानते हैं कि उनका फिल्म इंडस्ट्री के साथ कैसा जुड़ाव रहा।
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डॉ. मनमोहन सिंह, जिन्होंने 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में सेवा की, 1991 से 1996 के बीच देश के वित्त मंत्री भी रहे। भारत को वैश्विक व्यापार के लिए नई दिशा देने वाले डॉ. मनमोहन सिंह का बॉलीवुड से क्या संबंध था? फिल्म इंडस्ट्री में उनका क्या योगदान रहा? इस विषय पर हमने फिल्म जगत के कुछ विशेषज्ञों से बात करने की कोशिश की। आइए जानते हैं कि इंडस्ट्री के विशेषज्ञ भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के बारे में क्या सोचते हैं।
प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के सीईओ नितिन तेज आहूजा का कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की अन्य कई इंडस्ट्रीज की तरह ही भारतीय फिल्म इंडस्ट्री, मीडिया और एंटरटेनमेंट सेक्टर को भी डॉ. मनमोहन सिंह के ‘बिग बैंग आर्थिक सुधारों‘ का लाभ मिला। उनके वैश्वीकरण और उदारीकरण के प्रयासों ने भारतीय सिनेमा को देश और विदेश दोनों जगह विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन सुधारों ने इंडियन फिल्म इंडस्ट्री को और अधिक सशक्त बनाया।
Manmohan Singh : फिल्म इंडस्ट्री का हुआ विकास
सीनियर जर्नलिस्ट चैतन्य पडुकोण के अनुसार, डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में 1991 में हुए आर्थिक सुधारों ने भारतीय वित्त व्यवस्था में विदेशी निवेश को लेकर बड़ा बदलाव किया और आयात पर लगे प्रतिबंधों को कम किया। इन बदलावों का लाभ न केवल बॉलीवुड को बल्कि क्षेत्रीय फिल्म इंडस्ट्री को भी मिला। उन्होंने क्षेत्रीय सिनेमा को सशक्त बनाया, जो आज कई मामलों में बॉलीवुड से भी बड़ा हो गया है।
1990 के दशक में अधिकांश लोग दूरदर्शन देखा करते थे, लेकिन डॉ. मनमोहन सिंह के वित्तीय सुधारों के बाद स्टार और सोनी जैसे बड़े एंटरटेनमेंट जायंट भारत में आए। कई विदेशी स्टूडियो ने भारतीय फिल्मों में निवेश करना शुरू किया, जिससे मल्टीप्लेक्स की संख्या बढ़ी और बॉक्स ऑफिस का बिजनेस तेजी से बढ़ा। उदाहरण के तौर पर, 1991 से पहले सलमान खान की फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ ने 28 करोड़ का बिजनेस किया था, जबकि 1994 में रिलीज हुई ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ ने 123 करोड़ की कमाई की।
इंडस्ट्री के पहले ‘खान’ के फैन थे मनमोहन सिंह
फिल्म क्रिटिक और विशेषज्ञ आरती सक्सेना कहती हैं कि अपने राजनीतिक करियर के दौरान, उन्होंने डॉ. मनमोहन सिंह को कभी किसी फिल्म के प्रीमियर में नहीं देखा, न ही उनकी किसी अभिनेता से खास दोस्ती थी। हालांकि, वे अभिनेता दिलीप कुमार को बेहद पसंद करते थे। साल 2021 में दिलीप कुमार के निधन के बाद, डॉ. मनमोहन सिंह ने उनकी पत्नी सायरा बानो को पत्र लिखकर शोक व्यक्त किया था। उन्होंने लिखा था कि फिल्म इंडस्ट्री ने अपना पहला ‘खान’ और सिनेमा के ‘ट्रेजडी किंग’ को खो दिया है।
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किस तरह की फिल्में देखना पसंद करते थे मनमोहन सिंह
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने हमेशा अपनी निजी जिंदगी को कैमरे की नजरों से दूर रखा। इस पर चर्चा करते हुए एक विशेषज्ञ ने बताया कि उन्होंने कभी खुलकर फिल्मों के बारे में बात नहीं की। हालांकि, डॉ. मनमोहन सिंह को ऐसी फिल्में पसंद थीं, जो गहरी सोच को प्रेरित करें और जिनकी कहानियां प्रभावशाली हों। उन्हें ‘गांधी’, ‘मदर इंडिया’ और ‘द ब्रिज ऑन रिवर क्वाई’ जैसी फिल्में देखना बेहद पसंद था।