कैलाश मानसरोवर यात्रा सब्सिडी : उत्तर प्रदेश सरकार ने कैलाश मानसरोवर की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। रविवार को पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने आगरा में इसकी घोषणा की। उन्होंने बताया कि राज्य का कोई भी स्थायी निवासी जो कैलाश मानसरोवर की पवित्र यात्रा सफलतापूर्वक पूरी करके लौटता है, उसे सरकार की ओर से ₹1 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। यह राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी।

सरकार की यह योजना उन सभी भक्तों के लिए किसी उपहार से कम नहीं है, जो बाबा भोलेनाथ के दिव्य धाम की यात्रा करने का सपना संजोते हैं। श्रद्धालु चाहे सरकारी यात्रा योजना के तहत जाएं या किसी निजी ट्रैवल एजेंसी के माध्यम से, अगर वे निर्धारित नियमों का पालन करते हैं, तो उन्हें यह सहायता अवश्य मिलेगी।

कैलाश मानसरोवर यात्रा सब्सिडी :  यूपी सरकार का बड़ा तोहफा

उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने रविवार को आगरा में एक नई योजना की घोषणा की। उन्होंने बताया कि जो भी उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी कैलाश मानसरोवर की पवित्र यात्रा पूरी कर लौटेगा, उसे राज्य सरकार की ओर से ₹1 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। यह राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में जमा की जाएगी, जिससे यात्रा से जुड़े खर्चों में कुछ राहत मिल सकेगी।

खास बात यह है कि यह योजना केवल सरकारी यात्रा कार्यक्रमों तक सीमित नहीं है। यदि कोई श्रद्धालु निजी ट्रैवल एजेंसी के माध्यम से या स्वयं के स्तर पर यात्रा करता है, तो वह भी इस सहायता राशि का पात्र हो सकता है। मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि इस वर्ष कैलाश मानसरोवर यात्रा का पहला जत्था पहले ही रवाना हो चुका है, जिसमें 50 श्रद्धालु शामिल हैं। यानी यह योजना अब अमल में आ चुकी है और श्रद्धालु इसका लाभ उठाने लगे हैं।

कैसे मिलेगा 1 लाख रुपये का अनुदान?

यह एक लाख रुपये आपको मिलेगा कैसे? प्रक्रिया समझने के लिए कुछ बातों पर गौर करना ज़रूरी है। सबसे पहले, यह आर्थिक सहायता यात्रा के पूरा हो जाने पर ही मिलेगी। यानी, आप कैलाशमानसरोवर की यात्रा सफलतापूर्वक करके लौटेंगे, तब पात्रता बनेगी। लौटने के बाद 90 दिन के भीतर यूपी सरकार के धार्मिक कार्य निदेशालय की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। ध्यान रखें, कोई ऑफ़लाइन विकल्प नहीं है; पूरी प्रक्रिया डिजिटल है। आवेदन करते समय ज़रूरी दस्तावेज़ों की स्कैन की हुई कॉपियां भी अपलोड करनी पड़ेंगी।

  • आधार कार्डपहचान प्रमाण के रूप में अनिवार्य।
  • हालिया पासपोर्ट साइज फोटोसाफ और स्पष्ट तस्वीर जरूरी है।
  • पैन कार्डआपकी टैक्स और वित्तीय जानकारी के लिए आवश्यक।
  • निवास प्रमाण पत्रयह साबित करने के लिए कि आप उत्तर प्रदेश के स्थायी निवासी हैं।
  • पासपोर्टअंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए अनिवार्य दस्तावेज।
  • वीजायात्रा के दौरान इस्तेमाल किया गया वीजा।
  • बैंक खाता विवरणताकि सहायता राशि सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर की जा सके।
  • यात्रा पूर्णता प्रमाणपत्रइस बात का प्रमाण कि आपने कैलाश मानसरोवर यात्रा सफलतापूर्वक पूरी की है।
  • अन्य आवश्यक दस्तावेजयदि विभाग किसी अन्य दस्तावेज की मांग करे तो वह भी प्रस्तुत करना होगा।

 

इन सभी दस्तावेजों को अपलोड करने के बाद, आपका आवेदन लखनऊ स्थित धार्मिक कार्य निदेशालय के पास भेजा जाएगा। वहां अधिकारियों द्वारा आपके सभी कागजातों की गहराई से जांच की जाएगी। यदि सभी जानकारी और दस्तावेज सही पाए गए और वेरीफिकेशन प्रक्रिया सफल रही, तो ₹1 लाख की सहायता राशि सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
हालांकि, यदि दस्तावेजों में कोई त्रुटि पाई गई, जैसे कि फर्जी जानकारी या गलत विवरण, तो आपका आवेदन अस्वीकृत कर दिया जाएगा। इस बारे में आपको मोबाइल नंबर या ईमेल के माध्यम से सूचना दे दी जाएगी।

फर्जीवाड़ा किया तो जाना पड़ सकता है जेल

इस योजना से जुड़ी कुछ अहम शर्तें भी हैं, जिन्हें जानना जरूरी है। पहली बात, यह ₹1 लाख की सहायता राशि जीवन में केवल एक बार ही दी जाएगी। यानी यदि आप दो बार कैलाश मानसरोवर यात्रा करते हैं, तो दूसरी बार आपको यह अनुदान नहीं मिलेगा।
दूसरी बात, यदि किसी यात्री की यात्रा के दौरान या उसके बाद मृत्यु हो जाती है, तो उसका जीवनसाथी या परिवार का कोई सदस्य इस आर्थिक सहायता के लिए आवेदन कर सकता है। हालांकि, ऐसे मामलों में भी पूरी जांच के बाद ही निर्णय लिया जाएगा।

तीसरी और महत्वपूर्ण बात यह है कि यह अनुदान उसी वित्तीय वर्ष के बजट से दिया जाएगा, जिसमें आपने आवेदन किया हो। यदि आपका आवेदन अगले वित्तीय वर्ष में चला गया, तो उस पर विचार नहीं किया जाएगा। इसीलिए 90 दिनों की समयसीमा का सख्ती से पालन अनिवार्य है।

सबसे जरूरी शर्त यह है कि यदि कोई व्यक्ति झूठे दस्तावेज या गलत जानकारी के आधार पर यह राशि प्राप्त करने की कोशिश करता है, तो उसका आवेदन न केवल रद्द किया जाएगा, बल्कि उससे राशि वसूल की जाएगी और आवश्यकतानुसार कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है।

क्यों खास है कैलाश मानसरोवर यात्रा?

कैलाश मानसरोवर यात्रा हिंदू, जैन और बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत पवित्र मानी जाती है। यह यात्रा न केवल धार्मिक आस्था से जुड़ी होती है, बल्कि यह आध्यात्मिक और शारीरिक रूप से भी बेहद कठिन होती है। कैलाश पर्वत को भगवान शिव का निवास स्थान माना जाता है, और मानसरोवर झील का जल इतना पवित्र माना जाता है कि श्रद्धालु इसे बोतलों में भरकर साथ लाते हैं।

यह यात्रा तिब्बत क्षेत्र में होती है, जो वर्तमान में चीन के अधीन है, इसलिए इसके लिए पासपोर्ट, वीजा और कई अन्य औपचारिकताएं पूरी करनी होती हैं।
सफर का मार्ग भी बेहद कठिन होता हैऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी, कड़ाके की ठंड और लंबी पदयात्रा इसे एक कठिन अनुभव बनाते हैं।

फिर भी, जो यात्री इस यात्रा को पूरा करते हैं, उनके लिए यह जीवनभर का अविस्मरणीय अनुभव बन जाता है। अब उत्तर प्रदेश सरकार की इस योजना से इस पवित्र यात्रा का खर्च थोड़ा कम हो सकेगा, खासकर उनके लिए जो आर्थिक कारणों से अब तक इस सपने को साकार नहीं कर पाए थे।

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