उमस भरे मौसम में लोग अक्सर ठंडी जगहों की ओर रुख करते हैं। गर्मी से राहत पाने के लिए हिमाचल और उत्तराखंड सबसे पसंदीदा विकल्प होते हैं। हालांकि, मानसून के दौरान हिल स्टेशनों का सफर खतरों से खाली नहीं होता। अगर आप फिर भी उत्तराखंड जाने की योजना बना रहे हैं, तो कुछ ज़रूरी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
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इस समय उत्तराखंड में लगातार बारिश हो रही है, जिससे कई जगहों पर बादल फटने जैसी घटनाएं हो रही हैं। उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने से पूरा बाजार मलबे में तब्दील हो गया है और कई स्थानों पर यातायात पूरी तरह बाधित है। ऐसे हालात में यात्रा से पहले सावधानियां बरतना आवश्यक है।
मानसून में उत्तराखंड यात्रा से पहले जानें जरूरी सावधानियां

बारिश में उत्तराखंड ट्रैवल—इन सावधानियों को नजरअंदाज किया तो सफर बन सकता है खतरनाक!
सबसे पहले, सफर शुरू करने से पहले गूगल मैप पर रास्तों की ताज़ा जानकारी जरूर देखें। भारी बारिश और बादल फटने के कारण लगभग 100 से अधिक सड़कों को बंद किया जा चुका है, जिनमें रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा और बागेश्वर के मार्ग भी शामिल हैं।

सफर से पहले पढ़ लें ये खबर—रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा और बागेश्वर के रास्तों की स्थिति बिगड़ी!
उत्तराखंड का मौसम विशेष रूप से पहाड़ी इलाकों में कभी भी बदल सकता है। इसलिए उसी अनुसार कपड़े पैक करें, रेनकोट और वॉटरप्रूफ जैकेट अपने साथ रखना न भूलें। यात्रा शुरू करने से पहले मौसम की अपडेट लेना भी जरूरी है।
भारी बारिश, बादल फटना और रास्तों की स्थिति—सुरक्षित यात्रा के लिए टिप्स
कुछ लोग पहुंचने के बाद होटल बुक करते हैं, लेकिन मानसून में बेहतर होगा कि पहले से ही होटल बुक कर लें। स्टे के लिए ऐसी जगह चुनें जहां भूस्खलन का खतरा कम हो।

होटल पहुंचकर बुकिंग करने की सोच रहे हैं? मानसून में ये गलती पड़ सकती है भारी!
यात्रा से पहले उत्तराखंड प्रशासन की जानकारी, हेल्पलाइन नंबर और जरूरी संपर्क अपने पास रखें। साथ ही, रास्ते में स्थानीय लोगों से समय–समय पर मार्ग की स्थिति के बारे में अपडेट लेते रहें।
क्योंकि पहाड़ी इलाकों में अस्पताल दूर–दूर होते हैं, इसलिए अपने साथ फर्स्ट एड बॉक्स जरूर रखें, जिसमें मलहम, पट्टियां और अन्य जरूरी दवाएं मौजूद हों।