एफडी ब्याज दरें 2024 : बैंकों ने फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरों में कटौती शुरू कर दी है, जो फरवरी में रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट घटाने के बाद लागू होनी शुरू हुई। आमतौर पर प्राइवेट बैंक एफडी पर सरकारी बैंकों की तुलना में अधिक रिटर्न प्रदान करते हैं, लेकिन अब उन्होंने भी ब्याज दरों में कटौती करनी शुरू कर दी है।
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फरवरी में रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कमी की थी, जिसके बाद से ही बैंकों द्वारा एफडी की ब्याज दरें घटने की उम्मीद जताई जा रही थी। ब्याज दरों में गिरावट के चलते फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने वालों की संख्या प्रभावित हो सकती है, क्योंकि अब निवेशकों को अपेक्षाकृत कम रिटर्न मिलेगा।
अमृत कलश योजना को वापस ले लिया है
भारतीय स्टेट बैंक ने अपनी विशेष जमा योजना अमृत कलश को बंद कर दिया है, जो 400 दिनों की अवधि के लिए 7.10 प्रतिशत ब्याज प्रदान कर रही थी। अप्रैल 2023 में शुरू की गई यह योजना 31 मार्च को समाप्त हो गई। इसके अलावा, HDFC बैंक, यस बैंक और बंधन बैंक ने भी अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट दरों में बदलाव किया है।
यस बैंक
प्प्राइवेट बैंक आमतौर पर फिक्स्ड डिपॉजिट पर सरकारी बैंकों की तुलना में अधिक रिटर्न प्रदान करते हैं, लेकिन अब उन्होंने भी एफडी की ब्याज दरों में कटौती शुरू कर दी है। यस बैंक ने भी अपनी एफडी दरों में अस्थायी रूप से 0.25% की कमी की है।
HDFC बैंक
HDFC बैंक ने अपनी स्पेशल एडिशन एफडी स्कीम को भी समाप्त कर दिया है, जिसमें जमाकर्ताओं को पहले अधिक ब्याज मिलता था। आने वाले दिनों में ब्याज दरों में और गिरावट की संभावना है।
यस बैंक की नई दरें
यस बैंक 7 दिन से 10 साल तक की एफडी पर अब 3.35 प्रतिशत से 7.75 प्रतिशत तक ब्याज प्रदान कर रहा है। यह दरें 3 करोड़ रुपये से कम की एफडी पर लागू होंगी। पहले, बैंक 3.25 प्रतिशत से 8 प्रतिशत तक का ब्याज दे रहा था।
कितनी कमी आ सकती है?
रिजर्व बैंक इस महीने फिर से रेपो रेट में कटौती कर सकता है। अनुमान लगाया जा रहा है कि ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की कमी हो सकती है। दरअसल, केंद्रीय बैंक का लक्ष्य इस वर्ष कुल 75 बेसिस प्वाइंट तक ब्याज दरों में कमी करना है।