हल्दी का हलवा कैसे बनाएं : हल्दी सिर्फ खाने को रंग ही नहीं देती, बल्कि सेहत की दृष्टि से भी यह एक बेहतरीन औषधि है। सर्दियों में कच्ची हल्दी से हलवा बनाकर न सिर्फ स्वाद का आनंद लिया जा सकता है बल्कि यह शरीर को गर्म रखने और इम्यूनिटी मजबूत करने में भी मददगार साबित होता है। इस स्टोरी में हम जानेंगे कि कच्ची हल्दी का हलवा किस तरह बनाया जाता है।
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ठंड के मौसम में पारंपरिक रूप से कई तरह के हलवे बनाए जाते हैं — गाजर और मूंग दाल के हलवे सबसे लोकप्रिय हैं। पर क्या आपने कभी कच्ची हल्दी का हलवा चखा है? यह केवल एक मिठाई नहीं, बल्कि सर्दियों के लिए स्वास्थ्यवर्धक व्यंजन भी है: यह शरीर को अंदर से गर्म रखता है, इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और वायरल बीमारियों से बचाने में सहायक होता है। सर्दियों में मांयाँ अक्सर बच्चों को हल्दी वाला दूध देती हैं ताकि जुकाम और खांसी से बचाव हो — हालांकि कई बार बच्चे इसे पीने से परहेज़ करते हैं। इस लेख में हम कच्ची हल्दी के हलवे की रेसिपी बताएँगे — एक टेस्टी और सेहतमंद डेजर्ट जो सर्दियों के लिए उत्तम है।
कच्ची हल्दी का हलवा बनाना बेहद सरल है और स्वाद में भी लाजवाब होता है। ध्यान रखें कि इसे गाजर या मूंग के हलवे की तरह बड़ी मात्रा में लगातार नहीं खाना चाहिए; बनाकर थोड़ी मात्रा में सेवन करना ही पर्याप्त और फायदेमंद रहेगा। तो आइए, अब देखते हैं हल्दी के हलवे की स्टेप–बाय–स्टेप रेसिपी।
हल्दी का हलवा कैसे बनाएं : हलवा के इनग्रेडिएंट्स
हल्दी का हलवा बनाने के लिए आपको 250 ग्राम कच्ची हल्दी, 100–120 ग्राम बादाम, 200 ग्राम देसी घी, 100 ग्राम बेसन और 250 ग्राम गुड़ की आवश्यकता होगी। गुड़ की मात्रा आप अपनी पसंद की मिठास के अनुसार कम–ज्यादा भी कर सकते हैं। इसके अलावा 8–9 दरदरी कुटी हरी इलायची और लगभग डेढ़ चम्मच बादाम की कतरन गार्निशिंग के लिए लें। चाहें तो थोड़ा काजू और पिस्ता भी मिला सकते हैं। अब जानते हैं कि हल्दी का हलवा कैसे तैयार किया जाता है।
कच्ची हल्दी का हलवा–रेसिपी
- हलवा बनाने की शुरुआत कच्ची हल्दी को धोकर उसकी पूरी नमी सुखाने से करें। इसके बाद इसका छिलका उतार लें।
- अब हल्दी को या तो कद्दूकस कर लें या फिर छोटे–छोटे टुकड़ों में काटकर मिक्सर में पीसकर पेस्ट बना लें।
- बादाम को भी ग्राइंडर में डालकर बारीक पीस लें। यह हलवे के स्वाद और पौष्टिकता को बढ़ाता है और हल्दी की कड़वाहट को संतुलित करता है।
- एक कड़ाही में लगभग 4 बड़े चम्मच देसी घी गर्म करें। इसमें पिसी या कद्दूकस की हुई हल्दी डालकर धीमी से मध्यम आंच पर लगातार चलाते हुए भूनें, ताकि हल्दी जले नहीं।
- जब हल्दी घी को अच्छी तरह सोख ले, तब इसमें पिसा हुआ बादाम मिलाएं और 2–3 मिनट तक भूनें, जब तक हल्दी कड़ाही से अलग न होने लगे।
- हल्दी को अच्छी तरह भूनने के बाद गैस बंद कर दें। अब एक अलग पैन में 2–3 चम्मच घी डालकर बेसन को धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए सुनहरा होने तक भूनें।
- बेसन भुन जाए तो इसमें छोटे टुकड़ों में तोड़ा हुआ गुड़ डालें और गुड़ पिघलने तक लगातार चलाते रहें, ध्यान रखें कि मिश्रण में कोई गांठ न बने।
- जब गुड़ और बेसन अच्छी तरह पक जाएं, तो इसमें भुनी हुई हल्दी डालें और थोड़ा–सा घी मिलाकर सभी सामग्री को अच्छी तरह मिलाते हुए पकाएं।
- मिश्रण एकसार हो जाए, तब इसमें इलायची पाउडर डालें और देखें कि हलवा घी छोड़ना शुरू कर रहा है या नहीं।
- जैसे ही हलवा घी छोड़ने लगे, गैस बंद कर दें। इस अवस्था में हलवा पूरी तरह तैयार है। इसे ठंडा करके कंटेनर में भरकर कुछ दिनों तक स्टोर भी किया जा सकता है।
- सर्दियों में इस हल्दी के हलवे को रोजाना 1–2 चम्मच गुनगुने दूध के साथ औषधि की तरह सेवन करें। यह आपको कई वायरल स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने में मदद करेगा।