भारत में स्कूबा डाइविंग : स्स्कूबा डाइविंग एक रोमांचक एडवेंचर एक्टिविटी है, जिसमें डाइवर्स पानी के भीतर जाकर समुद्री दुनिया का अनोखा अनुभव करते हैं। हालांकि इस एक्टिविटी के दौरान सुरक्षा बेहद जरूरी होती है, इसलिए कुछ ज़रूरी सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए। भारत में स्कूबा डाइविंग के लिए कई लोकप्रिय स्थान मौजूद हैं, लेकिन अभी भी बहुत से लोगों को इसकी जानकारी नहीं है।

जहां एक ओर पहाड़ों में स्कीइंग, स्नोबोर्डिंग, माउंटेन बाइकिंग, रॉक क्लाइम्बिंग और पैराग्लाइडिंग जैसी रोमांचकारी गतिविधियां मशहूर हैं, वहीं दूसरी ओर स्कूबा डाइविंग भी एडवेंचर पसंद करने वालों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है। हिमाचल, उत्तराखंड और दक्षिण भारत में इन गतिविधियों के लिए कई फेमस डेस्टिनेशन हैं।

स्कूबा डाइविंग मेंसेल्फकंटेन्ड अंडरवाटर ब्रीदिंग अपरेटस‘ (SCUBA) का इस्तेमाल किया जाता है, जो पानी के नीचे सांस लेने में मदद करता है। इस एक्टिविटी के ज़रिए लोग समुद्र की गहराइयों में जाकर प्राकृतिक सुंदरता और समुद्री जीवों को नजदीक से देख सकते हैं। भारत में स्कूबा डाइविंग कहांकहां की जाती है, इसके बारे में बहुत कम जानकारी लोगों को होती है। आइए जानें भारत में स्कूबा डाइविंग के टॉप लोकेशन्स।

भारत में स्कूबा डाइविंग के लिए प्रसिद्ध 5 जगहें

गोवा

गोवा अपने खूबसूरत बीचों के लिए मशहूर है, जिसकी वजह से यह देशविदेश के सैलानियों की पहली पसंद बना रहता है। स्कूबा डाइविंग के शौकीनों के लिए भी गोवा एक बेहतरीन डेस्टिनेशन है। यहां ग्रैंड आइलैंड, सूज़ीज़ रेक (सूजी का मलबा), सेल रॉक, डेवी जोन्स लॉकर और टर्बो टनल जैसे स्पॉट स्कूबा डाइविंग के लिए खास तौर पर प्रसिद्ध हैं। अक्टूबर से मई के बीच का समय स्कूबा डाइविंग के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। ऐसे में अगर आप पानी के अंदर रोमांच का अनुभव लेना चाहते हैं, तो गोवा जरूर जाएं।

केरल में कोवलम स्कूबा डाइविंग

केरल का कोवलम स्कूबा डाइविंग के लिए एक लोकप्रिय डेस्टिनेशन है। यहां लाइटहाउस बीच और हवाह बीच इस रोमांचक गतिविधि के लिए खास तौर पर जाने जाते हैं। स्कूबा डाइविंग का आनंद लेने के लिए सितंबर से फरवरी के बीच का समय कोवलम में सबसे उपयुक्त माना जाता है।

कर्नाटक में नेत्रानी द्वीप

कर्नाटक का नेत्रानी द्वीप, जिसे कबूतर द्वीप के नाम से भी जाना जाता है, स्कूबा डाइविंग के शौकीनों के बीच बेहद लोकप्रिय है। यह द्वीप उत्तर कन्नड़ जिले में स्थित है और मुरुदेश्वर से लगभग 20 से 25 किलोमीटर की दूरी पर है। दिल के आकार में बना यह द्वीपबजरंगी द्वीपनाम से भी प्रसिद्ध है। स्कूबा डाइविंग का आनंद लेने के लिए सितंबर से मई तक का समय यहां सबसे उपयुक्त माना जाता है।

महाराष्ट्र में तारकरली

महाराष्ट्र में सिंधुदुर्ग किले के पास स्थित तारकरली अपने साफसुथरे समुद्री पानी के लिए जाना जाता है। यहां स्कूबा डाइविंग के दौरान आप विभिन्न प्रकार की मछलियों और अन्य समुद्री जीवों को करीब से देख सकते हैं। स्कूबा डाइविंग के साथसाथ पैरासेलिंग और जेट स्कीइंग जैसे रोमांचक वॉटर स्पोर्ट्स का भी आनंद लिया जा सकता है। अक्टूबर से मार्च के बीच का समय तारकरली में डाइविंग के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है।

पांडिचेरी

भारत के पूर्वी तट पर स्थित पांडिचेरी स्कूबा डाइविंग के लिए एक लोकप्रिय डेस्टिनेशन माना जाता है। यह देश की बेहतरीन स्कूबा डाइविंग साइट्स में से एक है। यहां अरविंद की दीवार, टेम्पल रीफ, 4 कॉर्नर, कूल शार्क रीफ, रेविन्स और द होल जैसे रोमांचक डाइविंग स्पॉट्स मौजूद हैं। हालांकि यहां सालभर डाइविंग की जा सकती है, लेकिन फरवरी से अप्रैल और सितंबर से नवंबर के बीच का समय स्कूबा डाइविंग के लिए सबसे उपयुक्त और पीक सीजन माना जाता है।

इन बातों का रखें ध्यान

स्कूबा डाइविंग शुरू करने से पहले मौसम की स्थिति और समुद्र की गहराई की पूरी जानकारी अवश्य लें। हमेशा किसी स्थानीय गाइड की सलाह का पालन करें और यह सुनिश्चित करें कि डाइविंग किसी अनुभवी और प्रमाणित स्कूबा डाइविंग प्रशिक्षक की निगरानी में हो। डाइविंग हमेशा एक साथी के साथ ही करें, क्योंकि अकेले डाइव करना जोखिम भरा हो सकता है। यदि आपको सांस या हृदय से जुड़ी कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। निर्धारित गहराई और समय सीमा से अधिक देर तक डाइविंग करने से बचें।

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